May 16, 2024
Asar Ki Namaz Ka Tarika

Asar Ki Namaz Ka Tarika – असर की नमाज़ पढ़ने का तरीका, Time, नीयत, रकात

Asar Ki Namaz Ka Tarika :- अस्लामालैकुम मेरे प्यारे दोस्तों ,भाइयों और बहनो आज के इस पोस्ट हम जानने वाले हैं, असर की नमाज के पढ़ने के तरीके के बारे में।

तो अगर आप भी असर की नमाज का तरीका जानना चाहते हैं, तो ये पोस्ट आपके लिए है।


असर की नमाज पढ़ने का समय – Asar Ki Namaz Ka Time

दोस्तों असर कि नमाज का सही वक्त शाम के 3:30 बजे से 4:00बजे तक पढ़ाई जाती है ।


असर की नमाज में कितनी रकत होती है ?

तो दोस्तों असर की नमाज में कुल 8 रकत होती है जिसमें 4 रकत सुन्नत और 4 रकत फ़र्ज़ होता ।


असर की नमाज पढ़ने का सही तरीका – Asar Ki Namaz Ka Tarika

दोस्तों, असर की नमाज पढ़ने का तरीका निम्न है :-

  • सबसे पहले वज़ु करे।
  • फिर असर की नमाज की नीयत करें।
  • फिर अल्लाह अकबर कहते हुए दोनों हाथों को उठा कर बांध लें।
  • फिर सना पढ़े।
  • फिर सूरह फातिया पढ़े।
  • सूरह फातिया के बाद कोई एक सूरह पढ़े जो याद हो।
  • उसके बाद अल्लाह अकबर कह कर रुकू में चले जायें।
  • फिर रुकू की दुआ पढ़े।
  • उसके बाद समीअल्लाहु लिमन हमिदा कह कर खड़े हो जाये फिर रब्बना लिकल हमिदा कहे।
  • उसके बाद अल्ल्लाह अकबर कहते हुए सजदे में चले जायें।
  • सजदे की दुआ को पढ़े।
  • फिर अल्लाह अकबर कह कर सजदे से खड़े हो जाये।
  • इस तरह आपकी पहली रकत पूरी होती फिर दूसरी रकत में भी आपको ऐसा की करना है लेकिन अंत मे आपको सजदे में बैठे रहना है।
  • उसके बाद अत्ताहियात दुआ पढ़े।
  • उसके बाद फिर तीसरी रकत के लिए खड़े हो जाये।
  • तीसरी रकत आपको एक दम पहली रकत की तरह पढ़ना है ।
  • चौथी रकत में आपको अपने दोनो पैरो पर बैठ जाना है उसके इन सभी दुआ को पढ़ना है।
  • अत्तहिय्यत।

अत्तहिय्यातु लिल्लाहि वस्सलावातु, वत्त्तय्यिबातु अस्सलामु ‘अलैका’ अय्युहं-नबिय्यु व रहमतुल्लाहि व बरकातुहू अस्सलामु ‘अलेना व ‘अला ‘इबदिल्लाहिस-सालिहीन अश-हदू ‘अं-ला ‘इलाहा ‘इल्लल्लाहू व ‘अश-हदू ‘अन्ना मुहम्मदन ‘अब्दुहु व रसूलुहु।

  • दुरूद शरीफ

अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम्मदिव व अला आली मुहम्मदिन कमा सल्लैता अला इब्राहीमा व अला आली इब्राहीमा इन्नका हमीदुम मजीद।अल्लाहुम्मा बारिक अला मुहम्मदिव व अला आली मुहम्मदिन कमा बारकता अला इब्राहीमा व अला आली इब्राहीमा इन्नका हमीदुम मजीद।

  • दुआ मासुर

बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम

अल्लाहुम्मा इन्नी ज़लमतू नफ़्सी ज़ुलमन कसीरा, वला यग़फिरुज़-ज़ुनूबा इल्ला अनता, फग़फिरली मग़ फि-र-तम्मिन ‘इनदिका, वर ‘हमनी इन्नका अनतल ग़फ़ूरूर्र रहीम.

  • उसके बाद सलाम फेरे
  • इस तरह आपकी 4 रकत नमाज पूरी हुई ।

निष्कर्ष – Conclusion

तो दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हमने जाना, कि असर की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है ? आपको हमारा ये आर्टिकल कैसा लगा अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें।

अगर आपके मन मे इस पोस्ट से जुड़े कोई सवाल हो तो जरूर पूछे इसे अपने दोस्तों ,रिस्तेदार और भाइयों के साथ शेयर जरूर करे ताकि  वो भी इस जानकारी को पा सके।


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